Tuesday, February 21, 2023

अंजाम जो भी हो अब अंजाम से डरना कैसा
इश्क़ तो इबादत है इबादत से मुकरना कैसा

मोहब्बत में दो रूहों का होता है मिलन
जिस्म गर बिछड़ भी जाएं तो बिछड़ना कैसा

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