Monday, February 6, 2023
आँखों में आँसू और मुस्कुराना लिखेंगे,
ख्वाब ख्वाहिश अफ़साना लिखेंगे |
इतनी जल्दी हार मान जाएं मुमकिन नहीं,
हर पन्ने पर हँसी का ख़ज़ाना लिखेंगे |
उम्मीदों पर ग़र टिकी है दुनिया तो टिकी रहने दो,
साथ उम्मीदों के हम भी निभाना लिखेंगे |
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment