तुम_कहो तो सब कुछ लिख दूं क्या?
रक्तिम अधरों का मृदु मिलन
स्वप्निल बाहों का आलिंगन
लक्ष्मण रेखा का परिलंघन
वे सारी बातें लिख दूं क्या
मदमाता था यौवन तेरा
स्वप्निल आंखों का था फेरा
तुम बाहों में मेरी खो गई थी
मैं भी तो तुम में खो गया था
तुम_कहो तो सब कुछ लिख दूं क्या ?
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