Wednesday, April 5, 2023

तुम गीत बनो मेरे सुर संग्रह की 
तो मै बांसुरी बन तेरे होठों पर आऊं ।।

तुम धड़कन बनो मेरे दिल की 
तो मैं बिठा पलक तुझे इतराऊं ।।

तुम राह बनो मेरे जीवन की 
तो मै मंजिल तेरी बन जाऊं ।।

तुम ह्रदय मिलन की सेज सजा लो
तो मै प्रेम यज्ञ की समिधा लाऊं।।

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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