Saturday, May 27, 2023

पैर थक कर चूर हो गए कहने लगे 
अब विश्राम करना चाहिए
आँखों ने सुना तो तुरंत बोली हम तो नहीं थके 
बस पानी के कुछ छींटे डाल दो 
पर चलना बंद मत करो

जूतों ने सुना तो बोले 
अभी से थकने की बात ही क्यों करी ?
मैं तो बिना थके जितना अब तक चले 
उससे भी अधिक चल सकता हूँ!

कान बोले जैसा सब कहे 
वैसा ही कर लो मुझे सब मंज़ूर है
गला बीच में बोल उठा 
प्यास लग रही है थोड़ा सा पानी पिला दो 
थोड़ा विश्राम कर लो फिर चलना प्रारम्भ कर दो

ह्रदय बोला रुकेंगे नहीं 
मुझे प्रियतम से मिलने की ज़ल्दी है
सब की बात सुन कर मन बोला,
सब्र रखो हम सब एक परिवार के सदस्य हैं

ध्यान से सोचो थके मांदे ह्रदय को देख 
प्रियतम खुश नहीं होगी
आँखें गंतव्य पर पहुँच कर थकान से 
नींद की गोद में पहुँच जायेंगी

रही जूतों की बात उन्हें तो 
अधिक चलने की आदत है
तो किसी का भी भला नहीं होगा
गले की प्यास बुझा कर 
थोड़ा विश्राम कर लेते हैं

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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