नरगिसी आंखो मे शबनमी आंसू
जीने देंगे नहीं मुझे कभी आंसू
हरहाल मे रोककर रखना इनको
छलक न जाए आंखोसे कहीं आंसू
मै तेरी दुनियासे दूर चला जाऊगा
देख लिए जो आंखो मे कही आंसू
खुशियां दामनमे समेटो इसकदर
कि हो जाए तुमसे अजनबी आंसू
हां निकल आए खुशीमे जो सागर
मुझको तो चाहिए बस वही आंसू
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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