Saturday, August 12, 2023

सुना है,तुम करती थी नफरत हमसे
रास्ता बदल लेती थी कतराकर हमसे

ना मालूम क्या हुआ है तुम्हारे दिल को
तड़पती अब अपना नाम सुनने को हमसे

इश्क और नफरत की सरहद छोटी होती है
जाने कैसे ये हद टूटी,तुम्हें हुआ इश्क हमसे

आज तुम ठहरी हुई हो मुंतजिर होकर
तरसती निगाह लिए मिलने को हमसे !

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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