Sunday, August 6, 2023
रिक्त धरा व शून्य क्षितिज है
तुम बिन सब खाली-खाली
सृष्टि सृजन कभी न कर पाती
तुम बिन जीवन खाली-खाली
ममता करूणा नेहों का बंधन
प्रेम बिन सब खाली-खाली
यश कीर्ती वैभव की रुतबा
नारी बिन सब खाली-खाली
शून्य जगत की श्रेष्ठ धरोहर
तुम बिन दुनिया खाली-खाली
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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