तुमसे मेरा प्रेम इसलिए नहीं कि तुम अद्वितीय हो।
तुमसे मेरा प्रेम इसलिए नहीं कि तुम अद्भुत हो।
तुमसे मेरा प्रेम इसलिए है कि तुम तुम हो।
तुम्हारा तुम होना ही तुम्हें बनाता है सबसे अलग !
तुम्हारे व्यक्तित्व की सादगी ने हर पल मुझे आकर्षित किया!!
तुम्हारे आचरण की सौम्यता ने हर क्षण मुझे प्रभावित किया।
तुम्हारी निश्छलता ने प्रतिक्षण अंतर्मन को मुग्ध किया।
तुम्हारी पावनता ने प्रतिपल आत्मा का स्पर्श किया.....!!
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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