चाहे वह एक पुरुष हो या वह एक स्त्री सबको
आज की इस दौड़ में सब की एक ही चाहत रहती है
एक ऐसे व्यक्ति की तलाश होती है जो समझे उसे
फर्क इतना है कि सभी का व्यक्तित्व एक सा नहीं
क्योंकि यहां हर कोई मुखौटे में लिपटा मिलता है
दुनिया जितनी दूर से खूबसूरत दिखती है
काश !उतना ही खूबसूरत होती तो क्या बात है?
एक पुरुष को ऐसी साथी की तलाश होती है
जो उसे समझे और स्नेह से सराबोर कर दे।
उसे जीवन में एक मित्र चाहिए फिर मित्र से ज्यादा
फिर यह चाहत उसे आकर्षण की ओर ले जाता है।
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
No comments:
Post a Comment