Saturday, December 2, 2023

चांद सा सुहाना है तेरा चेहरा
उसपे देती है काला तिल पहरा

कजरारे नयन करते जादू
खुद पे नही रहता मेरा काबू

ख्वाब भी तू ख्याल भी तू
सम्मोहित करती तिलिस्म जाल तू

तेरा यौवन हल्दी चन्दन
करता हूं तुझसे प्रणय निवेदन

देखकर तेरा सुंदर चेहरा
बोल दे तू गर तो बांध लूं सर पे सेहरा

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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