ये वो दरिया है जो तैरकर हमसे पार ना होगा।
सांसें काबू दिल इख्तियार नहीं होगा
अब तेरे सिवा किसी और से हमें प्यार नहीं होगा।
इस जन्म में तुम मिलो ये उम्मीद भी नहीं
और अगले जन्म तक हमसे इंतजार नहीं होगा।
ले आऊं जमाने भर के फूल भी अगर
तुम बिन जिंदगी में बाहर नहीं होगा।
तुम छोड़ जाओ या ले लो जान भी
गुमनाम तुमसे कम कभी प्यार नहीं होगा
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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