Wednesday, January 10, 2024

इंतज़ार तेरा रहता है,निंद अधुरी है तेरे ख़्वाब के बिना,
याद करके ख्वाबो में, हसीन पलों में तुम्हे खोजता हूं,
दूर से ही तेरी कदमों की ख्वाबों में आहट सुनाई देती है,
और निंद में भी दिल जोरो से धड़क जाता है,
तभी इक ठंडी हवा का झोंका हकीकत में लाता हैं,

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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