Thursday, January 11, 2024

उदास मनको कही छिपाये रखते हैं
लबों पे झूठी मुस्कान बनाये रखते है

दिलकी हालत कोई क्या समझेगा
मोहब्बत को पलको पे सजाये रखते हैं

जाने वालेको कौन रोक पाया हैं कभी
इंतजार में पलके राहों में बिछाए रखते हैं

टूटे दिल की कहां आवाज सुनाई देती हैं
अहसासों को मन में यूंही दबाए रखते हैं

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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