Monday, January 8, 2024

प्यार का ज़ज़्बा भी,क्या क्या ख्वाब दिखा देता है,
अजनबी चेहरों को भी,अपनी महबूबा बना देता है.
मेरे ख्वाबों में है एक तस्वीर,दिल पर लिखा जिसका नाम,
अनदेखी नज़रें,ख्वाबों में मिलने को हैं ये जिया बेकरार,
देखना मेरी इन अंखियों में होगा,बस तेरा प्यार ही प्यार.!!

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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