जो लिया था एकदिन तुमने वो प्रण निभाया है,
जन्मे थे जहाँ रामलल्ला वहीं मंदिर बनवाया है
खत्म हुआ बनवास अब राजतिलक होगा,
गुंजेंगे ढ़ोल नंगाड़े दर्शन भव्य होगा
22_जनवरी_दिन स्वयं भोले का होगा,
लहराएगा भगवा, भारत फिर राममय होगा
होगी प्राण प्रतिष्ठा अमृत सिद्धि योग होगा,
तिथि होगी द्वादशी अभिजीत महूर्त होगा 🚩
पुलकित हुआ हृदय तन -मन हर्षया है,
आ रहे हैं राम अयोध्या भगवा लहराया है 🚩
त्रेता में प्रभु श्री राम शिव को पूजे थे,
कलयुग में शिव-रूप अब राम को पूजेंगे 🚩
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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