Sunday, March 10, 2024

हिम्मतसे बढ़ती है ताकत
एकजुटता से बढ़ती एकता

प्यार बढ़ता साझा करनेसे
परवाह से बढ़ती एकरूपता

छू ना पायेगा कोमल हृदय
किसीके भी कठोर शब्द

छू जाएंगे कठोर हृदयभी
हँसमुख तेरे कोमल शब्द

पढ़ सकते हो तो दर्द पढ़ना
किसीके भी दिलके भीतर

शान्त सा दिखने वाला लगे
कितने दर्द समेट रखे सागर

~~~~~ #$h@πd!£y@

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