Friday, May 31, 2024

तुम से सजी है ये महफ़िल हमारी
प्रेम है ये तुम्हारी तड़प है ये हमारी

तुम तो व्यस्त हो दुनियां के रंग में
तुम्हारी मोहब्बत नज़्म है ये हमारी

अब मुलाकाते तो हो गई है पुरानी
चांद तारों के संग रात कटी ये हमारी

नहीं कोई शिकवा न शिकायत है तुम से
अब यादें तुम्हारी शोहरत है ये हमारी

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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