Thursday, June 20, 2024
आओ मेरे पास आ,दे दो सुख अनुभूति!
मैने माना आप को,अदभुत प्रेम विभूति!!
बोलो कुछ क्या मन कहे,निष्ठुर कड़ुवे शब्द!
तुम तो जीवन प्रेम का,तुम क्यों हुए निशब्द!!
अहंकार का प्यार से,करूणा,गला न घोट!
तेरी ऐसी वीमुखता,करे ह्रदय पर चोट !!
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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